स्किल एजुकेशन का दोहरा मॉडल देखने पहुंचे जापानी मेहमान
चंडीगढ़ (KK) - श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय पलवल में आज जापान के प्रतिनिधिमंडल ने दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल ने भारत के पहले राजकीय कौशल विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली का अवलोकन किया। जापानी प्रतिनिधिमंडल ने डाइकी के चेयरमैन ओगामे के नेतृत्व में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की अत्याधुनिक लैब देखी और जम कर सराहना की। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने जापानी मेहमानों का जोरदार स्वागत किया। उन्होंने कौशल विश्वविद्यालय के दोहरे मॉडल की विशेषताओं से अवगत करवाया। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने कहा कि यहां वैश्विक आवश्यकताओं के अनुरूप जॉब रोल में विद्यार्थियों को तैयार किया जा रहा है। उन्होंने जापानी लैंग्वेज में डिप्लोमा कर रहे विद्यार्थियों का भी उल्लेख किया।
कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने जापानी प्रतिनिधिमंडल को विश्वविद्यालय के मॉडल के बारे में विस्तार से ब्यौरा देते हुए कहा यह अपने आप में अनोखा मॉडल है। जहां स्किल पीएचडी से लेकर अन्य स्किल पर आधारित प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। कुलसचिव प्रोफेसर ज्योति राणा ने विश्वविद्यालय के चारों संकायों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
भारत में डाईकी के एमडी रेहिओ वाजा, सीईओ कमल तिवारी और सलाहकार केसी पांडे ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए जापानी मेहमानों की जिज्ञासाओं को तृप्त किया।
डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रोफेसर आर एस राठौड़ ने जापानी प्रतिनिधिमंडल के सामने विद्यार्थियों की स्किल और विभिन्न क्षेत्रों में उनकी योग्यताओं के बारे में बताया।
इंडस्ट्री इंटीग्रेशन के संयुक्त निदेशक विनीत सूरी ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। डिप्टी डायरेक्टर डॉ. वैशाली माहेश्वरी ने मंच संचालन किया और जापानी मेहमानों को विश्वविद्यालय परिसर के बारे में अवगत करवाया।