अभय सिंह चौटाला ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू के बलिदान दिवस पर उन्हें नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी
चंडीगढ़, 23 मार्च। इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने प्रदेशवासियों को होली की शुभकामनाएं प्रेषित की। साथ ही भारत के सच्चे सपूत और देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू के बलिदान दिवस पर उन्हें नमन करते हुए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह की जीवनी को स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए और 23 मार्च को शहीद दिवस के उपलक्ष में राष्ट्रीय अवकाश घोषित भी घोषित करे सरकार।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनावों की घोषणा करने के बाद पूरे देश में आचार संहिता लागू हो गई है लेकिन हरियाणा की भाजपा सरकार लगातार आचार संहिता का उल्लंघन करती आ रही है। भाजपा के मंत्री सरे आम सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करके आचार संहिता का उल्लंघन कर चुनाव आयोग को ठेंगा दिखा रहे हैं। मंत्री पूरे लाव लश्कर के साथ प्रदेश में घूम रहे हैं। मनोहर लाल खट्टर आज भी खुद को मुख्यमंत्री समझ कर वीआईपी कल्चर का सुख भोग रहे हैं। मनोहर लाल खट्टर तो अपने आप को बहुत लोकप्रिय मानते थे, उन्हे तो किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है वो भी आचार संहिता का उल्लंघन कर जैड प्लस सिक्योरिटी लेकर घूम रहे हैं। सभी मंत्रियों के साथ एस्कॉर्ट पायलट दे रखी है। सभी मंत्रियों के घरों में कई-कई पुलिस गार्ड लगा रखे हैं। उन्होंने कहा कि आचार संहिता लगने के बाद केवल जो उम्मीदवार होता है उसे ही सुरक्षा मिलती है। आज भी भाजपा सरकार अखबारों में लोक लुभावन विज्ञापनों के माध्यम से अपना गुणगान करने में लगी है। बसों के उपर से अभी तक विज्ञापनों को नहीं हटाया गया है। भाजपा विधायकों और मंत्रियों द्वारा सरकारी रेस्ट हाऊसों में लगातार बैठक करना जारी है।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार चुनाव आयोग के आदेशों की पालना करे और नियमों के अनुसार जिन चीजों का उपयोग प्रतिबंधित है उसे तुरंत प्रभाव से उपयोग करना बंद करे। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा सरकारी गाडिय़ों और सरकारी समान को जब्त किया जाए। किसी भी मंत्री को सरकारी रेस्ट हाऊस में ठहरने व प्रेस वार्ता की इजाजत न दी जाए। मुख्यमंत्री समेत सभी मंत्रियों और प्रशासन द्वारा सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग बंद किया जाए। अखबारों में सरकारी लोक लुभावन विज्ञापनों को तुरंत बंद किया जाए।