निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव करवाना ही चुनाव आयोग की है प्राथमिकता - अनुराग अग्रवाल
चंडीगढ़, (KK) - हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, अनुराग अग्रवाल, जो चुनावों के दौरान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की तैनाती पर गठित राज्य कमेटी के चेयरमैन भी हैं, ने कहा कि निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव करवाना ही चुनाव आयोग की प्राथमिकता है। इसके मद्देनजर, राज्य में भयमुक्त व शांतिपूर्ण तरीके से मतदान सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा पुलिस के साथ-साथ केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की कंपनियों को भी मुस्तैदी से तैनात किया जा रहा है। अब तक केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 15 कम्पनियां पहुंच चुकी हैं।
श्री अग्रवाल चुनाव प्रबन्धों को लेकर विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोक सभा-2024 चुनाव केवल चुनाव ही नहीं, बल्कि यह ‘चुनाव का पर्व-देश का गर्व’ है। उन्होंने कहा कि इस पर्व को हर्ष, शांति, भाईचारे के साथ मनाना राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालयों की तो जिम्मेदारी है ही बल्कि हर नागरिक का मौलिक अधिकार भी है।
बैठक में इस बात की जानकारी भी दी गई कि अम्बाला, हिसार, सिरसा, रोहतक लोक सभा क्षेत्र के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सी.आर.पी.एफ.) की दो-दो कम्पनियां तैनात की जाएंगी। इसी प्रकार, सोनीपत लोक सभा क्षेत्र में भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आई.टी.बी.पी) की दो कम्पनियां तथा कुरुक्षेत्र, करनाल, भिवानी-महेन्द्रगढ़, गुड़गांव व फरीदाबाद लोक सभा क्षेत्रों में भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आई.टी.बी.पी) की एक-एक कम्पनी तैनात की जाएंगी।
बैठक में जानकारी दी गई कि केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की कम्पनियां का ठहराव जिला मुख्यालयों पर रहेगा।
मोबाईल ऐप पर मतदाता घर बैठे पा सकते हैं चुनाव संबंधित नवीनतम जानकारी
ऑनलाईन नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए बनाया कैंडिडेट नॉमिनेशन एप्लीकेशन
हरियाणा के मतदाताओं की सुविधा के लिए 18वें लोकसभा आम चुनाव के दौरान भारत निर्वाचन आयोग की ओर से अनेक ऑनलाइन मोबाइल ऐप शुरू किए हुए हैं जो मतदाताओं के साथ-साथ उम्मीदवारों के लिए भी काफी फायदेमंद हैं। इन एप्स का प्रयोग करके मतदाता व उम्मीदवार सरलतम तरीके से घर बैठे ही चुनाव से संबंधित नवीनतम जानकारियां ले सकते है तथा अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 18 साल का कोई भी युवक या युवती अपना वोट बनवाना चाहता है तो वह वोटस.ईसीआई.इन पर ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। इसी प्रकार भारत निर्वाचन आयोग ने सी-विजिल के नाम से एक मोबाइल ऐप शुरू किया है। इस मोबाइल ऐप को डाउनलोड कर कोई भी नागरिक आदर्श आचार संहिता की कहीं अवहेलना हो रही है तो उसकी फोटो या वीडियो बनाकर अपनी शिकायत भेज सकता है, जिसका निवारण निर्वाचन कार्यालय की ओर से 100 मिनट के अंदर किया जाएगा।
भारत निर्वाचन आयोग ने कैंडिडेट नॉमिनेशन एप्लीकेशन के नाम ऑनलाईन नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए भी से एक ऐप बनाया है। कोई भी प्रत्याशी इस ऐप का प्रयोग कर अपने आवेदन को इस ऐप पर ऑनलाइन दर्ज करवा सकता है। इसमें ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से अपनी जमानत राशि जमा करने का विकल्प प्रदान किया गया है। एक बार आवेदन दर्ज होने के बाद उम्मीदवार कैंडिडेट सुविधा ऐप का प्रयोग कर अपने आवेदन की आगामी कार्यवाही पर नजर रख सकते हैं। रिटर्निंग अधिकारियों के लिए आयोग ने एनकोर के नाम से एक सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसमें उम्मीदवारों का आवश्यक डाटा फीड रहता है। उम्मीदवारों की संपत्ति के विवरण को देखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने शपथ पत्र पोर्टल बनाया है। इस ऐप पर किसी उम्मीदवार की चल-अचल संपत्ति, हलफनामे को ऑनलाइन देखा जा सकता है।
वोटर हेल्पलाइन ऐप से डाउनलोड करें मतदाता स्लिप
भारत निर्वाचन आयोग ने बूथ ऐप के माध्यम से मतदाताओं की डिजिटल पहचान करने की सेवा शुरू की है। मतदाता वोटर हेल्पलाइन ऐप को अपने ईपीआईसी कार्ड से जोडक़र अपनी मतदाता पर्ची को डाउनलोड कर सकते हैं। वोटर टर्नआउट ऐप में कुल जनसंख्या के अनुपात में बने वोटों की संख्या को देखा जा सकता है।
दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए बनाया पीडब्ल्यूडी ऐप
दिव्यांगजनों की सुविधा के लिए आयोग ने पीडब्ल्यूडी ऐप आरंभ किया है। इस ऐप का प्रयोग कर दिव्यांगजन अपने नाम, मतदाता पहचान पत्र आदि की जांच कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर इन सभी एप और उनके बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गई है।