मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान ब्रह्मसरोवर के पवित्र तट पर महाआरती की
चंडीगढ़ 11 दिसंबर - हरियाणा के धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने गीता महापूजन के साथ-साथ दीपदान समारोह भी किया। शंखनाद और मंत्रोच्चार के बीच ब्रह्म सरोवर का पवित्र तट।
शाम की महाआरती का मुख्य आकर्षण दीपोत्सव रहा। दीपोत्सव के दौरान सन्निहित सरोवर और ब्रह्म सरोवर के पवित्र तटों पर हजारों दीप जलाए गए। इसके अलावा कुरुक्षेत्र और 48 कोस के अन्य तीर्थ स्थलों पर भी दीप जलाए गए।
दीपोत्सव एवं गीता जयंती समारोह के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि इस वर्ष धर्मक्षेत्र-कुरुक्षेत्र में गीता जयंती का आयोजन सचमुच अद्भुत रहा। उन्होंने बताया कि किस प्रकार दीपोत्सव के साथ-साथ गीता जयंती का आयोजन भी अद्भुत रहा। ब्रह्म सरोवर और हजारों दीपों की माला से सजे कुरुक्षेत्र के दृश्य ने एक प्रेरणादायक दृश्य प्रस्तुत किया। उन्होंने आगे जोर देते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत युद्ध के दौरान कुरुक्षेत्र की धरती पर ही शांति का संदेश दिया था, जो आज भी लोगों के बीच छाया हुआ है। उन्होंने कहा कि आज गीता की शिक्षाओं के माध्यम से विश्व को प्रकाश मिल रहा है। महाभारत के युद्ध के बीच शांति का ऐसा संदेश इतिहास में अद्वितीय है।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान गीता एवं ब्रह्मसरोवर आरती से पूर्व पवित्र गीता के श्लोकों का पाठ प्रारंभ हुआ। विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से सन्निहित सरोवर एवं ब्रह्मसरोवर दोनों पर हजारों दीप प्रज्वलित किए गए। ब्रह्मसरोवर का पूरा तट जगमगा उठा। रोशनी से जगमगाता यह महोत्सव एक सुंदर और मनमोहक दृश्य प्रस्तुत करता है। यह महोत्सव आम लोगों का उत्सव होने के साथ-साथ कुरुक्षेत्र प्रशासन और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (केडीबी) के सराहनीय प्रयासों को दर्शाता है।