भारत में जल्द ही विश्‍व का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क होगा: मनोहर लाल

आरएस अनेजा, नई दिल्ली 19 दिसम्बर।

आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय तथा विद्युत मंत्री मनोहर लाल ने कल आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय से संबद्ध संसद के सलाहकार समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए इस बात पर जोर दिया कि बढ़ती शहरी आबादी से निपटने के लिए शहरी गतिशीलता एक महत्वपूर्ण पहलू है और सरकार देश भर में शहरी परिवहन नेटवर्क को मजबूत करने के लिए निरंतर काम कर रही है।

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने यह भी बताया कि देश भर के 23 शहरों में लगभग 993 किलोमीटर मेट्रो रेल संचालित है और देश के 28 शहरों में लगभग 997 किलोमीटर मेट्रो रेल निर्माणाधीन है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

शहरी परिवहन प्रभाग, आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने बैठक में सदस्यों के समक्ष शहरी परिवहन पर विस्तृत प्रस्तुति दी।

प्रतिभागियों को मेट्रो रेल नीति 2017 और दिल्ली मेट्रो, जयपुर मेट्रो, पटना मेट्रो और लखनऊ मेट्रो सहित विभिन्न शहरों में मेट्रो नेटवर्क के बारे में जानकारी दी गई।

सदस्यों को आरआरटीएस नेटवर्क की चल रही परियोजनाओं के बारे में भी जानकारी दी गई, जिसमें इसके वित्तपोषण प्रारूप भी शामिल हैं। सदस्यों को दी गई जानकारी में मेक इन इंडिया के तहत प्रौद्योगिकियों के स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए की गई पहलों को भी शामिल किया गया।

बैठक में “पीएम-ई-बस सेवा” के बारे में भी बताया गया, जो सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल पर 10,000 ई-बसों को तैनात करके शहरी बस संचालन को बढ़ाने की एक योजना है। इस योजना में पीपीपी मॉडल पर 10,000 ई-बसों की तैनाती, 10 वर्षों के लिए बस संचालन सहायता, बस डिपो के विकास/उन्नयन के लिए सहायता, बिजली के बुनियादी ढांचे के लिए सहयोग, 3 से 40 लाख की आबादी वाले शहरों का कवरेज करना है। 

जानकारी के दौरान स्वदेशी रूप से विकसित राष्ट्रीय कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) 'वन नेशन वन कार्ड' को भी शामिल किया गया , जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मार्च, 2019 में मेट्रो, रेल, बस और अन्य सार्वजनिक परिवहन ऑपरेटरों (पीटीओ) के माध्यम से निर्बाध यात्रा को सक्षम करने के लिए जारी किया था।

बैठक के दौरान सांसदों ने शहरी गतिशीलता से संबंधित मुद्दे उठाए, जिनमें अंतिम छोर तक सम्‍पर्क, सुविधाओं में वृद्धि, अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों/राज्यों में मेट्रो सुविधा, देश में मेट्रो परिचालन में वृद्धि, यात्रा में आसानी और यात्री सुविधा आदि से संबंधित मामले शामिल थे।

मनोहर लाल ने अधिकारियों से कहा कि सदस्यों से प्राप्त सुझावों की समीक्षा की जाए तथा सदस्यों द्वारा मांगे गए सुझावों की जानकारी उपलब्ध कराई जाए।

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